जब चिड़िया ने धौंस दिखाई
छत पर बैठा था एक बन्दर
उछल कूद कर रहा था जमकर।
तभी अचानक इक चिड़िआ आई
उसे देख वह खूब मुस्काई।
बन्दर को बात समझ न आई
बन्दर ने उसे आँख दिखाई।
चिड़िया कौन सी कम थी भई
चिड़िया ने भी धौंस दिखाई।
बन्दर को फिर गुस्सा आया
पत्थर उठा चिड़िया को मारा।
चिड़िया झट से उड़कर भागी
बन्दर से जो उलझी रानी।
बेमतलब जो लोग उलझते
ऐसे ही मुँह की खाते ।
सदा करो सबका सम्मान
कभी न सहना पड़ेगा अपमान।
via Usha Chhabra
छत पर बैठा था एक बन्दर
उछल कूद कर रहा था जमकर।
तभी अचानक इक चिड़िआ आई
उसे देख वह खूब मुस्काई।
बन्दर को बात समझ न आई
बन्दर ने उसे आँख दिखाई।
चिड़िया कौन सी कम थी भई
चिड़िया ने भी धौंस दिखाई।
बन्दर को फिर गुस्सा आया
पत्थर उठा चिड़िया को मारा।
चिड़िया झट से उड़कर भागी
बन्दर से जो उलझी रानी।
बेमतलब जो लोग उलझते
ऐसे ही मुँह की खाते ।
सदा करो सबका सम्मान
कभी न सहना पड़ेगा अपमान।
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